Jio के बाद मुकेश अंबानी का नया प्लान, इस बिजनेस में उतरने की तैयारी
Reliance Industries के ऑनलाइन मार्केट में कदम रखने से ऑनलाइन मार्केटिंग की लागत घटेगी और इसका एक बड़ा लाभ सीधे ग्राहकों को होगा.
रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही जियो की मदद से ई-कॉमर्स की दुनिया में प्रवेश करने जा रही है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही जियो की मदद से ई-कॉमर्स की दुनिया में प्रवेश करने जा रही है.
ई-कॉमर्स की दुनिया में धाक जमाने वाली कंपनियां चाहें वह अमेजॉन हो या फिर फ्लिपकार्ट और या फिर वॉलमार्ट, सभी में इन दिनों खलबली मची हुई है. आखिर उनकी सत्ता को चुनौती जो मिलने वाली है. एशिया के सबसे अमिर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अब ई-कॉमर्स कारोबार में उतरने का ऐलान किया है.
बता दें कि वाइब्रेंट गुजरात समिट में मुकेश अंबानी ने ई-कॉमर्स क्षेत्र में उतरने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही जियो की मदद से ई-कॉमर्स की दुनिया में प्रवेश करेगी. वह अपने 12 लाख रिटेलर्स व दुकानदारों के लिए ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि जियो और रिलायंस रिटेल मिलकर यूनीक न्यू कॉमर्स प्लेटफॉर्म की शुरुआत करेंगे ताकि गुजरात में मौजूद उसके 12 लाख छोटे रिटेलरों और दुकानदारों को सपोर्ट मिल सके. रिलायंस इंडस्ट्रीज जियो टेलिकॉम सर्विस, मोबाइल डिवाइस और एक बड़े रिटेल नेटवर्क के जरिए दुनिया की बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों Walmart, Amazon और Flipkart को चुनौती देगी.
जियो के मौजूदा समय में 280 मिलियन ग्राहक हैं. अगर रिलायंस रिटेल की बात की जाए तो 6500 से ज्यादा शहरों में 10 हजार से अधिक आउटलेट हैं. रिलायंस रिटेल के शीर्ष कार्यकारी वी. सुब्रमण्यम ने बताया कि हमारी योजना जियो ऐप और डिवाइस के जरिए सभी दुकानदारों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की है.
बाजार के जानकार बताते हैं कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के ऑनलाइन मार्केट में कदम रखने से ऑनलाइन मार्केटिंग की लागत घटेगी और इसका एक बड़ा लाभ सीधे ग्राहकों को होगा.
नई ई-कॉमर्स नीति का मिलेगा फायदा
बता दें कि अभी हाल ही में सरकार ने नई ई-कॉमर्स नीति जारी की थी. इस नीति के मुताबिक, विदेशी निवेश वाली ई-कॉमर्स कंपनियां उन कंपनियों के उत्पाद नहीं बेच सकती जिनमें वह खुद हिस्सेदार हैं. इसके अलावा विशेष पेशकशों और भारी छूट पर भी रोक लगायी गई है. ई-कॉमर्स गतिविधियों में 100 प्रतिशत एफडीआई की मंजूरी है. इन नए नियमों का रिलायंस इंडस्ट्री को सीधे फायदा मिलेगा. क्योंकि रिलायंस का खुद का जियो मनी है. ऐसे में पेटीएम जैसे मनी प्लेटफॉर्म के सामने भी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.
एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति
ब्लूमवर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी की संपत्ति में लगातार इजाफा हो रहा है. वर्ष 2009 से लेकर अबतक उनकी संपत्ति में 174 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है. वर्तमान में उनकी संपत्ति 3,11,965 करोड़ रुपये की है.
01:15 PM IST